पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा दिनांक 14 दिसम्बर 2021 को "पशुओं में टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का महत्व" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा दिनांक 14 दिसम्बर 2021 को "पशुओं में टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का महत्व" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा दिनांक 14 दिसम्बर 2021 को "पशुओं में टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का महत्व" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। आमंत्रित विशेषज्ञ डॉ. लखनपाल सिंह, पशुचिकित्सक अधिकारी, बामनवाली, बीकानेर ने पशुओं में प्रमुख संक्रामक रोग जैसे मुंहपका-खुरपका, लंगड़ा बुखार, गलघोंटू आदि के लक्षणों, रोकथाम एवं टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने पशुपालकों को पशुओं में परजीवी रोग एवं रोकथाम के उपाय, पशु के पेट में कीड़े होने के लक्षणों और कृमिनाशक दवाओं के महत्व के बारे में बताया। केंद्र के डॉ भानु प्रकाश और डॉ प्रमोद मोहता ने पशुपालकों को पशु विज्ञान केंद्र की प्रयोगशाला में होने वाली जांचों के बारे में विस्तार से बताया। इस ऑनलाइन शिविर में 46 पशुपालकों ने भाग लिया।
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