पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर में आत्मा परियोजना के अंतर्गत दो दिवसीय बकरी पालन पर प्रशिक्षण शिविर का समापन


मुकेश पूनियां

कार्यक्रम: पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर में आत्मा परियोजना के अंतर्गत दो दिवसीय बकरी पालन पर प्रशिक्षण शिविर का समापन



बकरी पालन व्यवसाय से पशुपालक आत्मनिर्भर बने :  प्रो. (डॉ.) धूड़िया

राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर द्वारा आत्मा योजना के अंतर्गत बकरी पालन विषय पर दो दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिनांक 16 व 17 अक्टूबर 2021 को पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर में किया गया। प्रशिक्षण शिविर को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से संबोधित करते हुए निदेशक प्रसार शिक्षा राजुवास प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार धूड़िया ने आए हुए सभी पशुपालकों का स्वागत व्यक्त करते हुए वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन एवं उद्यमिता पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया। आमंत्रित विशेषज्ञ डॉ. शंकर लाल, सहायक आचार्य, पशु उत्पादन एवं प्रबंधन, एग्रीकल्चर कॉलेज बीकानेर ने बकरियों की विभिन्न उपयोगी नस्लों एवं आवास प्रबंधन के बारे में बताया। केन्द्र के प्रभारी डॉ. अमित कुमार ने गर्भस्थ बकरियों में होने वाली समस्याएं, सावधानियां एवं बकरियों कृत्रिम गर्भाधान के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. भगवंत सिंह खेरावत ने बकरियों से निर्मित कार्बनिक खादें एवं उनका कृषि में महत्व तथा कृषि विज्ञान केंद्र के ही वैज्ञानिक डॉ. ऋचा पंत ने दूध से बनने वाले उत्पादों के बारे में जानकारी दी। केंद्र के डॉ भानु प्रकाश ने कृमिनाशक दवाओं का महत्व पर व्याख्यान दिया। केंद्र के ही डॉ. प्रमोद मोहता ने प्रमुख संक्रामक रोगों के लक्षण टीकाकरण एवं उपचार बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण शिविर में अंत में एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें जगदीश, रमेश एवं मांगीलाल क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। सभी विजेता पशुपालकों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में 30 पशुपालक लाभान्वित हुए जिन्हें कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षण प्राप्ति के प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।


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