बचपन - जगदीश प्रजापत, कालू


बचपन



बचपन होता है अच्छा ,
जो कागज की नाव बनाता है |
बारिश के पानी कोे देख
उसको खूब चलाता हे |
पानी के संग,कस्ती का रंग
देख-देख मुस्काता हे ||
बचपन होता हे अच्छा....
ठहरा पानी बना समंदर ,
बचपन की नोका उसके अंदर
छप-छप की आए आवाज ,
नाव चली बचपन जांबाज ||
बचपन होता है अच्छा....


@ जगदीश प्रजापत , कालू

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