प्रेम दुग्गड़ का अभिनंदन
लूणकरणसर:- 31 दिन का मासखमन तप करने पर श्राविका प्रेम दुग्गड़ का अभिनंदन
लूणकरणसर तेरापंथ भवन में शासन श्री साध्वी पान कुमारी द्वतीय के सानिध्य में जैन ,जैनेतर समाज के तपस्वी श्रावक श्राविकाओं द्वारा श्रावण व भाद्रपद मास में तप करने वालो का अभिनंदन किया गया।इस अवसर पर मास खमन 31 की तपस्या करने पर श्राविका प्रेम दुग्गड़ का अभिनंदन किया गया । इस दौरान अठाई तप लोकेश सेठिया , नरेंद्र नाई, नों धर्मेन्द्र सांड,ग्यारह रंजना बुच्चा, शांति देवी बोथरा,व पखवाडे की तपस्या साधना राहुल बोथरा ने की ।साध्वी मंगल यशा ने अपने प्रेरक वचनों से कहा कि जैन समाज मे तप साधना को उत्कृष्ठ कोटि की साधना माना गया है जीवन मे प्रत्येक मनुष्य को संयम रखते हुए तप करना चाहिए ।जैन शाशन की इस बात को विज्ञान भी मानता है। साध्वी अक्षयप्रभा जी ,साध्वी अपूर्व यशा जी ने गीतिका के माध्यम से तप की महिमा बताई।तेरापंथ युवक परिषद के अध्य्क्ष राजेश बोथरा , अमित बोथरा, निर्मल दुग्गड़ , मगन बोथरा, रोहित बोथरा,तेरापंथ सभा अध्यक्ष भिखमचंद बाफना,शुभकरण दफ्तरी,नरेन्द्र नाहटा ने अपने विचार रखे। कन्या मण्डल ,महिला मंडल ने गीतिका के माध्य्म से अपनी भावनाएं प्रस्तुत की ।तेरापंथ सभा मंत्री विमल दुग्गड़ ने आचार्य श्री महाश्रमण जी के संदेश का वाचन किया।संयोजन श्री कांत डागा ने किया। युवक परिषद की भजन मंडली द्वारा रात्रि कालीन भजन संध्या आयोजित की गई। सह मंत्री व मीडिया प्रभारी श्रेयांस बैद ने ये जानकारी दी।



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