विद्यार्थी जीवन में जरूरी है रचनात्मक संस्कार


लूणकरणसर :- शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न  रचनात्मक गतिविधियां हमारे संस्कारों की अंवेर करती है, ऐसे में विद्यार्थी 'अर्जुन वाली आंख' रखकर ही लक्ष्य को आसानी से साध सकता है। यह बात नोडल प्रधानाचार्य दिलीप कुमार हर्ष ने कही। वे गुरुवार को स्थानीय राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में  राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में बोल रहे थे। उन्होनें इस मौके पर विद्यार्थियों से कहा कि राष्ट्र निर्माण की अहम कड़ी विद्यार्थी ही होता है।

व्याख्याता रेवंतराम गोदारा  ने कहा कि विद्यार्थी देश के भविष्य को दिशा देने में महत्ती भूमिका निभाता है। शिविर प्रभारी भागूराम महला ने एनएसएस की गतिविधियों से अवगत करवाते हुए विद्यार्थियों की सेवा के संदर्भ में भूमिका पर प्रकाश डाला।
 शिविर में व्याख्याता राजकुमार गोगिया भरताराम सिद्धू राजेन्द्र प्रसाद महावीर सिरोही सुभाष चंद्र यादव आदि ने अपने विचार विद्यार्थियों के साथ साझा किए। शिविर में विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर  आवासीय कॉलोनी व सार्वजनिक रास्तों पर श्रमदान कर साफ़ सफाई की ।

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