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पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा भेड़ों में प्रजनन प्रबंधन" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

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 पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा भेड़ों में प्रजनन प्रबंधन" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।  राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा दिनांक 15 नवम्बर 2021 को "भेड़ों में प्रजनन प्रबंधन" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें आमंत्रित विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार यादव, वैज्ञानिक केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, बीकानेर ने भेड़ो में नर पशु (मेढ़ो) के चयन तथा एस्ट्रस सिंक्रोनाइजेशन की विधि के बारे में विस्तार से समझाया। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने भेड़ों में कृत्रिम गर्भाधान की विधि और इस तकनीक से भविष्य में होने वाले फायदे के बारे में समझाया। केंद्र के डॉ. भानु प्रकाश और डॉ. प्रमोद मोहता ने आहार में खनिज लवण की उपयोगिता और कृमिनाशक दवाओं के महत्व के बारे में बताया। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर में 43 पशुपालकों ने भाग लिया।

पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा पशुओं में टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का महत्व पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया

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  पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा पशुओं में टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का महत्व पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र लूणकरनसर द्वारा दिनांक 9 नवम्बर 2021 को "पशुओं में टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का महत्व" विषय पर एकदिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने पशुओं में प्रमुख संक्रामक रोग जैसे मुंहपका-खुरपका, लंगड़ा बुखार, गलघोंटू आदि के लक्षणों, रोकथाम एवं टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। केंद्र के डॉ प्रमोद मोहता ने पशुपालकों को पशुओं में परजीवी रोग एवं रोकथाम के उपाय, पशु के पेट में कीड़े होने के लक्षणों और कृमिनाशक दवाओं के महत्व के बारे में बताया।  केंद्र के डॉ भानु प्रकाश ने पशुपालकों को पशु विज्ञान केंद्र की प्रयोगशाला में होने वाली जांचों के बारे में विस्तार से बताया।  इस ऑनलाइन शिविर में 33 पशुपालकों ने भाग लिया।